राजस्थान के पशु संपदा भाग 1
गोवंश की नस्ल
नस्ल याद करने का
ट्रिक = रागी का माथा हरि नाग सा
राठी,गिर,कंकरेंज,मालवी,थारपारकर,हरियाणवी,नागोरी,
सांचोरी
( राठी )
प्रमुख जिले-बीकानेर,श्रीगंगानगर,जैसलमेर,व चुरू के कुछ भागो में
विशेष विवरण
लाल सिन्धी व् साहिवाल की मिश्रण नस्ल
दूध देने में अग्रणी
‘राजस्थान की कामधेनु’ कहलाती है
थारपारकर
प्रमुख जिले-
जैसलमेर,बाड़मेर,जोधपुरएवं
जालोर का सांचोर क्षेत्र
विशेष विवरण
मूल स्थान- सिंध क्षेत्र व मालानी
क्षेत्र (बाड़मेर)एवं थारपारकर क्षेत्र(पाकिस्तान)
उपनाम- थारी
अधिक दूध उत्पादन नस्ल
कांकरेज
प्रमुख जिले
बाड़मेर,सांचोर, व सिरोही,पाली,जोधपुर,के कुछ भाग
में
विशेष विवरण
मूल स्थान- कच्छ का रन
मजबूत सिंग,तेज चलने और
बोझा ढोने वाले बैल
कठोर भोमि जोतने वाले बैल
सांचोर
प्रमुख स्थान-
सांचोर,सिरोही,उदयपुर,पाली
कांकरेज से मिलती जुलती
नागोरी
प्रमुख स्थान – नागोरी,उ.पू.जोधपुर,
नोखा,
विशेष विवरण
उत्पति स्थल- सुहालक प्रदेश
हल जोतने ओ दोड़ने में देश
का प्रसिद्ध बैल
टाँगे पतली मजबूत, गाये दूध
कम देती है
गिर
प्रमुख स्थान-
अजमेर,भीलवाड़ा,चितोड़गड,बूंदी
विशेष विवरण
मूल स्थान- गिरवन व
काठियावाड
राजस्थान में रेंडा व
अजमेरा कहते है
अधिक दूध देती है, बैल खेती
में उपयोगी
मालवी
प्रमुख
स्थान-झालावाडा,डूंगरपुर,बांसवाडा,कोटा
विशेष विवरण
मूल स्थान- मालवा क्षेत्र
मुख्यतः भारवाही नस्ल, दूध
कम, छोटा कद
हरियाणवी
झुंझुनू,जयपुर,गंगानगर,हनुमानगढ़,चुरू,पूर्वीबीकानेर,टोंक,
अलवर,भरतपुर,मध्य व पूर्वी राजस्थान
विशेष विवरण
मूल स्थान-रोहतक
हिसार,गुडगाँव
दुग्ध व भारवाक दोनों से
उपुक्त
गठीला बदन, मस्तिस्क के
मध्य हड्डी उठी हुई
मेवाती
प्रमुख स्थल-अलवर,भरतपुर के
उतरी क्षेत्र
आज का प्रशन
बाड़मेर का
मालानी क्षेत्र की गो-वंश का उत्पति स्थल है? (2nd ग्रेड
शिक्षक भर्ती 2010)
उतरी-पश्चिमी
राजस्थान में मिलाने वाली गाय की नस्ल का नाम है?(2nd ग्रेड
शिक्षक भर्ती 2014)